मोहनी एकादशी पर सुबह स्नान कर पूजाघर की सफाई करने के बाद भगवान विष्णु और बाबा श्याम के प्रतिमा को स्थापित कर उनका अभिषे
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राहुल मनोहर/सीकर:- मोहिनी एकादशी बाबा श्याम के भक्तों के लिए बहुत ही खास रहता है. इस दिन बाबा श्याम सप्तरंगी मनमोहक फूलों से सजते हैं. मोहिनी एकादशी के दिन बाबा श्याम के दर्शन करना शुभ माना जाता है. इस दिन दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, पंजाब, हरियाणा सहित देश के कोने-कोने से भक्त खाटूश्याम जी आते हैं और श्रद्धालुओं को पानी, गुलकंद रस, रबड़ी, छाछ इत्यादि पिलाते हैं.
आज से दो दिवसीय मेले का आगाज
हर महीने ग्यारस के अवसर पर बाबा श्याम के दरबार में दो दिवसीय मेले का आयोजन होता है. इस मेले में लाखों भक्त बाबा के दरबार में आकर मत्था टेकते हैं. लेकिन इस बार मोहिनी एकादशी होने की वजह से इस मेले का महत्व और अधिक बढ़ गया है. मोहिनी एकादशी के अवसर पर श्रद्धालु, खाटूश्याम जी के भक्तों की सेवा करने के लिए आते हैं. आज के दिन बाबा श्याम का दर्शन करने का महत्व भी अन्य ग्यारस के मुकाबले अधिक होता है.
रंग-बिरंगे फूलों से सजे बाबा श्याम
आज मोहनी ग्यारस के अवसर पर बाबा श्याम को देश के कोने-कोने से ले गए रंग-बिरंगे फूलों से सजाया गया है. बाबा श्याम को नीले, पीले, सफेद, लाल, गुलाबी, हरे और केसरिया रंग के फूलों से सजाया गया है. मोहनी एकादशी के दिन आज का श्रृंगार बड़ा ही आलौकिक है. श्री श्याम मंदिर कमेटी की तरफ से भी भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए अनेकों व्यवस्थाएं की गई हैं. गर्मी को देखते हुए मंदिर परिसर में जगह-जगह पानी की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा डोम पर फवारा सिस्टम लगाया गया है, जिससे इत्र और पानी की वर्षा भक्तों पर होगी.
घर पर बाबा श्याम की इस प्रकार करें पूजा
मोहनी एकादशी पर सुबह स्नान कर पूजाघर की सफाई करने के बाद भगवान विष्णु और बाबा श्याम के प्रतिमा को स्थापित कर उनका अभिषेक करें. उन्हें पीले वस्त्र पहनाकर पीले चंदन का तिलक लगाएं. एकादशी व्रत का संकल्प लें. ऊं नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का 108 बार जाप करें और इसके बाद आरती करें.