इंदौर

देशभर में 135 डीम्ड यूनिवर्सिटी हैं. होलकर कॉलेज अभी ऑटोनॉमस है. अगले कुछ महीनों के भीतर इसे डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा मिलने की संभावना है. कॉलेज को अगर यह दर्जा मिलता है तो वह शहर की पहली डीम्ड यूनिवर्सिटी बन जाएगा.

राहुल दवे/इंदौर. तेजी से शिक्षा का हब बनते जा रहे मध्य प्रदेश के इंदौर को आने वाले दिनों में एक और सौगात मिल सकती है. हाल ही में नैक से ए डबल प्लस ग्रेड प्राप्त होलकर साइंस कॉलेज जल्द ही डीम्ड यूनिवर्सिटी बन सकता है. यह इंदौर की पहली डीम्ड यूनिवर्सिटी होगी. इसके बनने के बाद जहां छात्रों के लिए नए कोर्स शुरू होंगे, तो वहीं डिग्री भी कॉलेज खुद ही देगा.

होलकर साइंस कॉलेज को डीम्ड यूनिवर्सिटी बनाने के लिए राज्य शासन की पहल के बाद इसकी औपचारिक प्रक्रिया शुरू हो गई है. कॉलेज ने मापदंड से जुड़ी सारी शर्तें पूरी कर ली हैं. अब कॉलेज की तरफ से शासन व देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी (यहीं से एफिलिएटेड है कॉलेज) से एनओसी मांगी गई है. एनओसी मिलते ही कॉलेज यूजीसी यानी यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन को औपचारिक प्रस्ताव भेजेगा.

देश में हैं 135 डीम्ड यूनिवर्सिटी

फिलहाल देशभर में करीब 135 डीम्ड यूनिवर्सिटी हैं. होलकर कॉलेज वर्तमान में ऑटोनॉमस है. संभावना है कि आने वाले छह माह के भीतर इसे डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा दिया जा सकता है. कॉलेज को अगर यह दर्जा मिलता है तो वह शहर की पहली डीम्ड यूनिवर्सिटी बन जाएगा. डीम्ड यूनिवर्सिटी बनने के बाद खुद डिग्री दे सकेगा, नए कोर्स शुरू कर सकेगा.

इन मापदंडों को बनाएंगे आधार

फैकल्टी की संख्या 150 या उससे ज्यादा होनी चाहिए. कॉर्पस फंड 10 से बढ़ाकर 25 करोड़ किया गया है. एबीसी में रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है. कॉलेज से जुड़े लोगों ने बताया कि डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा मिलने के बाद जहां संस्थान का विस्तार किया जा सकेगा, वहीं एकेडमिक भवन, एक्जाम सेंटर, वेल्यूएशन सेंटर आदि बन सकेंगे. आने वाले समय में यहां से पढ़ने वाले छात्रों को लाभ मिलेगा.

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