विनेश फोगट

विनेश फोगट ने पेरिस ओलंपिक में संयुक्त रजत पदक के लिए अपनी अपील खारिज होने के दो दिन बाद यह पोस्ट शेयर की। भारतीय पहलवान विनेश फोगट ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर एक लंबी पोस्ट में अपने संन्यास के फैसले पर यू-टर्न लेने का संकेत दिया। यह पोस्ट पेरिस ओलंपिक में संयुक्त रजत पदक के लिए अपनी अपील खारिज होने के दो दिन बाद शेयर की गई। विनेश ने कहा कि महिलाओं की 50 किग्रा फ्रीस्टाइल स्पर्धा के फाइनल से पहले खेलों में अयोग्य घोषित किए जाने के बाद वह खेल से संन्यास की घोषणा नहीं करतीं और “अलग परिस्थितियों में” 2032 तक खेल सकती थीं।

विनेश ने पेरिस खेलों में इतिहास रच दिया था, जब वह ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनी थीं। हालांकि, स्वर्ण पदक मुकाबले से पहले सुबह वजन मापने के दौरान उनका वजन 100 ग्राम अधिक पाया गया और इसलिए उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया और ओलंपिक में कोई भी पदक नहीं दिया गया। इस क्रूर घटनाक्रम से हताश विनेश ने संन्यास की घोषणा कर दी। बाद में उन्होंने संयुक्त रजत पदक के लिए कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट में अपील की, लेकिन लंबे इंतजार के बाद उनकी याचिका खारिज कर दी गई।

शुक्रवार को सोशल मीडिया पर एक लंबी, भावपूर्ण पोस्ट में विनेश ने अपने कुश्ती के सफर को याद किया और बताया कि कैसे उनके पिता के सपनों और मां के संघर्ष ने उन्हें मजबूत बनाया। उन्होंने अपने करियर के दौरान उनके और अपने पति सोमवीर के अटूट समर्थन के लिए उनका आभार भी जताया। 29 वर्षीय विनेश ने पेरिस ओलंपिक में आईओए द्वारा नियुक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी दिनशॉ पाडीवाला सहित अपने सहयोगी स्टाफ के प्रति आभार व्यक्त करना नहीं भूलीं।

29 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा, “शायद अलग परिस्थितियों में मैं खुद को 2032 तक खेलते हुए देख सकता हूं, क्योंकि मेरे अंदर लड़ाई और कुश्ती की भावना हमेशा रहेगी। मैं यह अनुमान नहीं लगा सकता कि भविष्य में मेरे लिए क्या होगा और इस यात्रा में आगे क्या होगा, लेकिन मुझे यकीन है कि मैं हमेशा उस चीज के लिए लड़ता रहूंगा जिस पर मेरा विश्वास है और जो सही है।”

सीएएस के फैसले के बाद आईओए ने ‘आगे के कानूनी विकल्पों की तलाश की’

सीएएस ने बुधवार को एक बयान में विनेश के लिए आवेदन पर मुहर लगा दी, जिसमें फैसला इस प्रकार था: “विनेश फोगट द्वारा 7 अगस्त को दिया गया आवेदन खारिज कर दिया गया है।”

इस घोषणा से आईओए अध्यक्ष पीटी उषा हैरान और निराश हैं। आईओए ने अपने बयान में कहा, “सीएएस के आदेश के मद्देनजर आईओए सुश्री फोगट के पूर्ण समर्थन में खड़ा है और आगे के कानूनी विकल्पों की तलाश कर रहा है।” आईओए ने अपने बयान में आगे कहा कि वह “यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि विनेश के मामले की सुनवाई हो।

वह खेलों में न्याय और निष्पक्षता की वकालत करना जारी रखेगा, यह सुनिश्चित करते हुए कि एथलीटों और खेल जगत में सभी के अधिकार और सम्मान को हर समय बरकरार रखा जाए। हम अपने हितधारकों, एथलीटों और जनता के निरंतर समर्थन और समझ की सराहना करते हैं।”

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