कानूनों

“एक राष्ट्र को स्वतंत्र कैसे माना जा सकता है, यदि उसकी आपराधिक न्याय प्रणाली वही है, जो दूसरे देश की संसद ने तब पारित की थी, जब वह स्वतंत्र नहीं था?”, उन्होंने पूछा।

चंडीगढ़ (हरियाणा): केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को तीन आपराधिक कानूनों की प्रशंसा की और कहा कि इन कानूनों में सजा का कोई प्रावधान नहीं है, इनका उद्देश्य न्याय देना है।

चंडीगढ़ में ई-साक्ष्य, न्याय सेतु, न्याय श्रुति और ई-समन प्रणाली के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए श्री शाह ने कहा कि अगर कोई सुधार 10 साल बाद सबसे बड़ा सुधार साबित होता है, तो वह तीन आपराधिक कानूनों का कार्यान्वयन होगा।

“मोदी सरकार के तहत पिछले 10 सालों में जो भी सुधार हुए हैं, अगर कोई सुधार 10 साल बाद सबसे बड़ा सुधार साबित होता है, तो वह तीन आपराधिक कानूनों का कार्यान्वयन होगा,” उन्होंने कहा।

गृह मंत्री ने कहा, “किसी देश को स्वतंत्र कैसे माना जा सकता है, यदि उसकी आपराधिक न्याय प्रणाली वही है, जो किसी दूसरे देश की संसद ने तब पारित की थी, जब वह स्वतंत्र नहीं था? मैं गर्व से कह सकता हूं कि बीएनएस (भारतीय न्याय संहिता), बीएनएसएस (भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता) और बीएसए (भारतीय साक्ष्य अधिनियम), तीनों ही हमारे लोगों के चुने हुए प्रतिनिधियों द्वारा बनाए गए हैं। ये भारतीय संसद में बनाए गए भारतीय कानून हैं।

इन कानूनों में सजा का कोई प्रावधान नहीं है। इनका उद्देश्य न्याय देना है, इसलिए यह दंड संहिता नहीं है, यह न्याय संहिता है।” श्री शाह ने कहा कि नए आपराधिक कानूनों के लागू होने के बाद भारत में सबसे आधुनिक और तकनीक से लैस आपराधिक न्याय प्रणाली होगी। उन्होंने कहा, “इन कानूनों के पूर्ण रूप से लागू होने के बाद भारत में पूरी दुनिया में सबसे आधुनिक और तकनीक से लैस आपराधिक न्याय प्रणाली होगी।

इसके लिए गृह मंत्रालय विभिन्न स्तरों पर प्रशिक्षण और कौशल निर्माण की व्यवस्था कर रहा है।” इससे पहले दिन में शाह ने इंडिया ब्लॉक पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें 2029 में भी विपक्ष में बैठने की तैयारी करनी चाहिए। चंडीगढ़ में जल आपूर्ति परियोजना न्याय सेतु का उद्घाटन और स्मार्ट सिटी मिशन की शुरुआत करते हुए शाह ने ये बातें कहीं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी तारीफ की और कहा कि एनडीए 2029 के लोकसभा चुनाव में फिर से देश में जीत दर्ज करेगी। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, “इंडिया ब्लॉक को 2029 में भी विपक्ष में बैठने की तैयारी करनी चाहिए।

मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि विपक्ष को जो करना है करने दें, 2029 में एनडीए आएगा और मोदी जी आएंगे। उन्हें (विपक्ष को) यह नहीं पता कि कांग्रेस को तीन चुनावों में जितनी सीटें मिली हैं, उससे ज्यादा सीटें इस चुनाव में बीजेपी ने जीती हैं।” विपक्ष पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा कि इंडिया ब्लॉक अस्थिरता पैदा करना चाहता है और उन्हें विपक्ष में काम करने का तरीका सीखना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘ये लोग जो अस्थिरता फैलाना चाहते हैं, वे बार-बार कहते हैं कि यह सरकार चलने वाली नहीं है।

मैं उन्हें आश्वस्त करने आया हूं कि न केवल सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी बल्कि अगली सरकार एनडीए की होगी और विपक्ष में बैठने के लिए तैयार होगी तथा विपक्ष में ठीक से काम करने का तरीका सीखेगी।’’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *