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गोदरेज ग्रुप का हाल में बंटवारा हो गया है। इसे दो ग्रुपों में बांटा गया है। इनमें गोदरेज इंडस्ट्रीज ग्रुप और गोदरेज एंटरप्राइजेज ग्रुप शामिल हैं। जमशेद गोदरेज की अगुवाई वाले गोदरेज एंटरप्राइजेज ग्रुप के पास मुंबई में 3,400 एकड़ जमीन है। जानिए बंटवारे के बाद क्या है ग्रुप का प्लान…

नई दिल्ली: 127 साल पुराने गोदरेज ग्रुप (Godrej Group) का बंटवारा हो गया है। इसे दो हिस्सों गोदरेज इंडस्ट्रीज ग्रुप और गोदरेज एंटरप्राइजेज ग्रुप (GEG) में बांटा गया है। बंटवारे के बाद जीईजी ने नई रणनीति पर काम शुरू कर दी है। इस ग्रुप में नॉन-लिस्टेड गोदरेज एंड बॉयस और कई दूसरी कंपनियां शामिल हैं। ग्रुप की लीडरशिप इंटिग्रेटेड और स्केलेबल कंज्यूमर एंड इंडस्ट्रियल सॉल्यूशंस बिजनस बनाने के लिए एक रणनीतिक योजना पर काम कर रही है। इसके लिए टीम बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप के साथ मिलकर काम कर रही है। सूत्रों के मुताबिक इस मामले में आंतरिक चर्चा अभी भी चल रही है और ग्रुप भविष्य में ग्रोथ को गति देने के लिए अलग-अलग स्केलेबल बिजनस यूनिट बनाने पर विचार कर सकता है।ग्रुप के पास मुंबई में लगभग 3,400 एकड़ जमीन है। इसमें 3,000 एकड़ का एक भूखंड भी शामिल है। एक सूत्र ने कहा कि गोदरेज इंडस्ट्रीज ग्रुप के पास कई लिस्टेड कंपनियां हैं जबकि जीईजी के पास नॉन-लिस्टेड यूनिट हैं। इस मामले में ग्रुप कंजरवेटिव रहा है लेकिन बंटवारे के बाद अब वह ग्रोथ को गति तेज करने के लिए आक्रामक योजना बना सकता है। ग्रुप की नजर मुंबई में जमीन का अधिक से अधिक फायदा उठाने पर भी है। जीईजी का कंट्रोल चेयरमैन और एमडी जमशेद गोदरेज, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर नायरिका होलकर, जमशेद की भांजी (उनकी बहन स्मिता कृष्णा की बेटी) और उनके करीब रिश्तेदारों के पास है।

16,000 करोड़ का रेवेन्यू

अभी ग्रुप का रेवेन्यू करीब 16,000 करोड़ रुपये है और उसके पास 14 वर्टिकल हैं। इनमें उपकरण, रक्षा, इंजन और मोटर, ऊर्जा, सुरक्षा, निर्माण सामग्री, निर्माण, स्वास्थ्य सेवा उपकरण, टिकाऊ वस्तुएं, फर्नीचर और इंटीरियर आदि शामिल हैं। GEG के रेवेन्यू का सबसे बड़ा स्रोत अप्लायंसेज और इंटीरियर बिजनस है। मार्च 2024 में समाप्त वर्ष में गोदरेज एंड बॉयस की बिक्री 16,182 करोड़ रुपये रही जो वित्त वर्ष 2023 के 14,796 करोड़ रुपये के राजस्व से 9% अधिक है। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी का मुनाफा 417% बढ़कर 603 करोड़ रुपये हो गया।

कंज्यूमर बिजनस ने वित्त वर्ष 2023 में कुल राजस्व का 61% या 8,662 करोड़ रुपये का योगदान दिया। औद्योगिक उत्पाद बिजनस ने 33% या 4,765 करोड़ रुपये का योगदान दिया। गोदरेज एंड बॉयस की एक प्रमुख कंपनी गोदरेज अप्लायंसेज 1958 में रेफ्रिजरेटर बनाने वाली पहली भारतीय कंपनी थी। तब से, इसने अपने पोर्टफोलियो का विस्तार करके वॉशिंग मशीन, एयर कंडीशनर, माइक्रोवेव ओवन और बहुत कुछ शामिल किया है। लेकिन एलजी और सैमसंग जैसी विदेशी कंपनियों आने के बाद इसे मार्केट में काफी संघर्ष करना पड़ा है।

क्या है प्लान

हाल में ग्रुप आक्रामक रूप से विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है। गोदरेज एंड बॉयस ने टियर-2 और टियर-3 शहरों में अपने कंज्यूमर ब्रांड्स की मौजूदगी को बढ़ाने के लिए अगले तीन साल में 40 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना बनाई है। कंपनी का लक्ष्य हर साल अपनी इनकम में 15-20% की वृद्धि करना है। कंपनी का अप्लायंसेज बिजनस वित्त वर्ष 2025 में 30% की वृद्धि की उम्मीद कर रहा है, जिसमें विभिन्न श्रेणियों में लगभग 50 नए मॉडल लॉन्च किए जाएंगे। पिछले महीने कंपनी ने कहा था कि उसके मोटर कम्पोनेंट डिवीजन का लक्ष्य भारतीय ईवी बाजार में प्रवेश करके अपनी इनकम दोगुना कर 1,000 करोड़ रुपये तक पहुंचाना है।

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