जशपुर संभाग के प्रभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) जितेंद्र उपाध्याय ने बताया कि हाथी शुक्रवार आधी रात को बगीचा नगर पंचायत में घुस आया और भटककर गांव में घुस गया
रायपुर: घटना से अवगत अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ के जशपुर में जंगली हाथी के हमले में एक ही परिवार के तीन लोगों समेत कम से कम चार लोगों की मौत हो गई।
इस ताजा घटना के साथ ही पिछले एक महीने में जिले में हाथियों के हमले में मरने वालों की कुल संख्या नौ हो गई है।
अधिकारियों ने बताया कि यह घटना बगीचा नगर पंचायत के गम्हरिया इलाके में शुक्रवार की रात को हुई।
जब हमला हुआ, तब पीड़ित अपने घरों में सो रहे थे। मृतकों की पहचान रामकेश्वर सोनी (35), उनकी बेटी रविता (9), उनके भाई अजय (25) और उनके पड़ोसी अश्विन कुजूर (28) के रूप में हुई है।
जशपुर संभाग के वन मंडल अधिकारी (डीएफओ) जितेंद्र उपाध्याय ने बताया कि हाथी शुक्रवार आधी रात को बगीचा नगर पंचायत में घुस आया और गांव में घुस गया। इसके बाद जंगली जानवर ने सोनी के घर की दीवार को क्षतिग्रस्त कर दिया और तीनों को कुचलकर मार डाला।
जब उनके पड़ोसी कुजूर ने उनकी चीखें सुनीं और घटनास्थल पर पहुंचे तो उन्हें भी कुचल दिया गया। गांव के एक निवासी ने बताया, “हमें हाथी के हमारे गांव में घुसने की जानकारी नहीं थी और बिजली भी नहीं थी…हाथी ने घर को क्षतिग्रस्त कर दिया और तीन लोगों को मार डाला। ग्रामीणों ने शोर मचाया, जिसके बाद हाथी जंगल में चला गया।” अधिकारियों ने बताया कि सूचना मिलने के बाद वन और पुलिस के जवान घटनास्थल पर पहुंचे और सुबह चार शवों को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
अधिकारियों ने बताया कि मृतकों के परिजनों को तत्काल 25,000 रुपये की राहत राशि प्रदान की गई है, साथ ही आवश्यक औपचारिकताएं पूरी करने के बाद 5.75 लाख रुपये की अतिरिक्त सहायता राशि दी जाएगी। डीएफओ ने कहा, “वन विभाग हाथी की गतिविधियों पर नज़र रख रहा है, जो इलाके में घरों को नुकसान पहुंचा रहा है, और उसे दूसरे स्थान पर स्थानांतरित करने की योजना बना रहा है।”
छत्तीसगढ़ में मानव-हाथी संघर्ष एक बढ़ती हुई चिंता का विषय है, राज्य में अकेले 2022 में हाथियों के हमलों के कारण 104 लोगों की मौत और 243 फसल क्षति के मामले सामने आए हैं। पिछले एक सप्ताह में छत्तीसगढ़ में जंगली हाथियों ने कथित तौर पर आठ लोगों की जान ले ली है।